शारीरिक संबंध को लेकर लोगों में कई तरह की धारणा होती है। इससे जुड़े तथ्य को लोग अच्छा भी मानते हैं और कई लोग बुरा भी मानते हैं। अक्सर देखा जाता है कि सेक्स के लिए एक सही मूड होता है और सही समय होता है। दोनों ही पार्टनर एक दूसरे के साथ कम्फर्टेबले हने चाहिए तभी इसका मज़ा लिया जा सकता है। लेकिन ये बात ध्यान रहे कि सेक्स को कभी ख़ुशी, दुखी में जाहिर ना करें।
गुस्से में ना बनाएं शारीरिक संबंध:
गुस्से में कभी भी सेक्स ना करें, क्योंकि गुस्से में इंसान सब कुछ गलत कर बैठता है। जब भी गुस्से में हों तो सेक्स से दूर ही रहें। इससे आपके पार्टनर को नुकसान हो सकता है और आपको बाद में पछतावा हो सकता है।
अगर आप गुस्से में सेक्स करते हैं तो आपकी फीलिंग गुस्से वाली ही होगी और आप अपना सारा फ़्रस्ट्रेशन निकाल लेते हैं लेकिन इससे आपके पार्टनर को तकलीफ हो सकती है।
इसी के साथ पहली बार सेक्स करने की सोच रहे हैं तो अपने खास पलो को कुछ इस तरह बनाएं जिससे आपको और आपके पार्टनर को परेशानी ना हो।
कई बार ऐसा होता है जोश में आप इसका आनंद तो ले लेते हैं लेकिन बाद में इसका पछताजा भी होता है कि आपने ऐसा क्यों किया।