लाहौर। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हिंदू मंदिर तोड़ने के बाद भारत के तेवर तीखे होने का असर हुआ है। पाक सरकार की नींद टूट गई है और पंजाब पुलिस ने 150 कट्टरपंथी मुस्लिमों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इनमें से 50 को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना के संबंध में भारत की कड़ी प्रतिक्रिया के बाद वहां की सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया और कार्रवाई के निर्देश दिए। बुधवार को पंजाब प्रांत के रहीम यार खान जिले के भोंग में भव्य गणेश मंदिर पर उन्मादी भीड़ ने हमला बोल दिया था। मंदिर में जमकर तोड़फोड़ कर उसे आग के हवाले कर दिया गया।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर मंदिर में दोबारा निर्माण का काम भी शुरू कर दिया गया है। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर पर हमले को रोक न पाने पर सरकारी एजेंसियों की आलोचना की थी। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस गुलजार अहमद ने टिप्पणी की है कि मंदिर में तोड़फोड़ से देश की बदनामी हुई है और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। इस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई 13 अगस्त को होगी।
दबाव पड़ने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी घटना की आलोचना करते हुए पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। पुलिस ने बताया कि मंदिर पर हमले के मामले में आतंकवाद व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें 150 लोगों को नामजद किया गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने कहा है कि इस शर्मनाक घटना में वीडियो के आधार पर पहचान कर 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पाकिस्तान की संसद ने भी इस मामले की आलोचना की है। पाक संसद ने बिना किसी विरोध के एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें मंदिर पर हमला और तोड़फोड़ की निंदा की गई। आधिकारिक जानकारी के अनुसार पाकिस्तान में 75 लाख हिंदू रहते हैं, जबकि समुदाय की जानकारी के मुताबिक उनकी संख्या 90 लाख है।
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