Saturday , November 23 2024

सुल्तानपुर: 50 लाख की फिरौती के लिए एक बच्चे की हत्या, दूसरे को किया अधमरा, एक बदमाश भी घायल

लखनऊ/सुल्तानपुर। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में गुरुवार दोपहर स्कूल से घर आ रहे दो सगे भाइयों का अपहरण कर परिवार से 50 लाख की फिरौती मांगी गई थी. इस मामले में बदमाशों ने एक बच्चे की हत्या कर दी है, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है. मामले में पुलिस और अपहरणकर्ताओं के बीच मुठभेड़ भी हुई है. मुठभेड़ में एक बदमाश को गोली लगी है. साथ ही तीन किडनैपर्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

गंभीर रूप से घायल मासूम और मुठभेड़ में घायल एक बदमाश को लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है. लखनऊ ट्रामा सेंटर में मासूम को बचाने के लिए डॉक्टरों की टीम मुस्तैदी से जुटी हुई है. बदमाशों ने छोटे भाई श्रेयांश की हत्या कर दी. अपहरण का मास्टरमाइंड घर का नौकर रघुवर है. उसी ने अपने साथियों के साथ पूरी वारदात को अंजाम दिया.

गौरतलब है कि गोसाईगंज क्षेत्र के रहने वाले एक टेंट व्यवसायी के आठ और छह वर्षीय बेटे दिव्यांश व श्रेयांश द्वारिकागंज पुलिस चौकी के पास स्थित एक स्कूल में पढ़ते हैं. दोनों बच्चे गुरुवार सुबह स्कूल गए थे. पुलिस को दी गई तहरीर के मुताबिक दोपहर करीब साढ़े ग्यारह बजे व्यवसायी के घर पर काम करने वाला एक व्यक्ति बच्चों को लेने स्कूल पहुंचा तो दोनों नहीं मिले. उसने बच्चों के स्कूल में नहीं मिलने की जानकारी व्यवसायी को दी. व्यवसायी ने स्कूल पहुंच शिक्षक और अन्य लोगों से जानकारी ली. अन्य बच्चों से पता चला कि एक बाइक से पहुंचे दो युवक बच्चों को बाइक पर बैठाकर ले गए हैं.

बच्चों की तलाश के दौरान ही व्यवसायी के मोबाइल फोन पर एक कॉल आई. कॉल करने वाले ने बताया कि दोनों बच्चे उसके पास हैं. उसने 50 लाख रुपये की मांग की.  पुलिस को सूचना देने पर अंजाम बुरा होने की धमकी दी. व्यवसायी ने घटना की सूचना तत्काल पुलिस को दी. थानाध्यक्ष केबी सिंह छानबीन करने स्कूल पहुंचे. प्रकरण की सूचना मिलने पर एसपी अनुराग वत्स ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया. एसपी ने बच्चों की सकुशल बरामदगी के लिए स्वॉट के साथ क्राइम ब्रांच की टीम को सक्रिय किया.

इसके बाद करौंदिया मोहल्ले में एक घर से पुलिस को एक बोरे में श्रेयांश का शव और दिव्यांश गंभीर रूप से घायल मिला. इस दौरान एक अपहरणकर्ता भागने की कोशिश करने लगा. इस बीच हुई मुठभेड़ में एक बदमाश को गोली लगी. जबकि तीन अन्य को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch