कपिल मिश्रा दिल्ली में कोरोना से सैकड़ों मौतें हो रही है। दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में रोज कोरोना से हो रही मौतों के रजिस्टर का डाटा बताता है कि स्थिति बहुत भयानक है। लेकिन दिल्ली की केजरीवाल सरकार कोरोना से हुई मौतों का जो डाटा सर्वजनिक कर रही है, वह ...
Read More »कही-अनकही सचकही
सरकारी अनुकंपा है साहब! मजदूर और पत्रकार वोट बैंक थोड़ी हैं
राजेश श्रीवास्तव शुक्रवार की सुबह आम दिनों की तरह नहीं थी जब लोगों की आंख खुली तो मध्य प्रदेश के औरंगाबाद की एक ट्रेन की पटरी पर बिखरे मांस के लोथड़े, सीत्कारें, चीख्ों, रोटियां, फटे कपड़े, कुछ चप्पल और छोटा-मोटा सामान सब कुछ मानो कह रहा था कि जिन 16 ...
Read More »अंबेडकर को संविधान निर्माता कहना , संविधान के साथ छल और कपट है
दयानंद पांडेय यह छुपी बात तो है नहीं कि मैं निजी तौर पर अंबेडकर के निंदकों में से हूं। सर्वदा से रहा हूं। ख़ास कर उन की जातीय नफरत के मद्दे नज़र। जैसा कि अंबेडकर कहते रहे हैं कि समाज में समता मार्क्स की हिंसा के बिना भी लाई जा ...
Read More »जिन्ना का डिवाइड इंडिया, डिस्ट्राय इंडिया का खेल अभी भी जारी है , बस डायरेक्ट ऐक्शन की घोषणा ही शेष है
दयानंद पांडेय भारत में ऐसे हिंदुओं की , हिंदुत्ववादियों की कमी नहीं है जो अभी भी पाकिस्तान बनाने के लिए गांधी को सब से बड़ा दोषी मानते हैं। मानते रहेंगे। बहुत से हिंदू और हिंदुत्ववादी गांधी को मुस्लिम परस्त भी मानते हैं। इसी कारण नाथूराम गोडसे ने गांधी की हत्या ...
Read More »डोल रहा है ट्रम्प का सिंहासन पर भारत क्यों हो रहा बेचैन
राजेश श्रीवास्तव इस समय जब देश और दुनिया कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी से जूझ रही है तब आप कोई भी मीडिया चैनल उठा कर देख लें तो एकाध को छोड़कर सभी चीन को कोसते दिख्ोंगे। कमोवेश यह स्थिति भारत और अमेरिका दोनों की ही है दोनो ही देशों ने ...
Read More »क से कम्युनिस्ट और क से कैटलिस्ट
तृप्ति शुक्ला पिछली एक पोस्ट में मैंने कहा था कि एक कम्युनिस्ट आदमी क्रिया पर नहीं, बल्कि प्रतिक्रिया पर प्रतिक्रिया देता है। मगर कभी सोचा है कि वो ऐसा करता क्यों है? क्योंकि वो बहुत मजबूर होता है। एक कम्युनिस्ट आदमी किसी क्रिया पर प्रतिक्रिया इसलिए नहीं देता क्योंकि वो ...
Read More »हिन्दू महासभा और VHP से भी कहीं अधिक मुस्लिम-विरोधी विश्व में कोई हुआ है तो वो अम्बेडकर हैं
के विक्रम राव डॉ. अम्बेडकर पर (17 अप्रैल 2020 को) मेरी पोस्ट : यथार्थ और मिथक पर व्यापक प्रतिक्रियाएं और टिप्पणियाँ मिलीं| एक सांसद ने लिखा : “बजाय बाबा साहेब के, कोरोना पर लिखते, वह सामयिक होता|” विगत सन्दर्भ था डॉ. अम्बेडकर की 129वीं जयंती वाला| तब मेरा सबब मात्र ...
Read More »पालघर की घटना को मॉब लिंचिग दिखाने की हो रही साजिश
राजेश श्रीवास्तव इस सप्ताह एक ऐसी खबर आयी जो मीडिया की सुर्खियां बनने से चूक गयी न उसको किसी अखबार ने लगातार प्रकाशित किया और न ही किसी चैनल में वह लंबे समय तक ब्रेकिंग खबर या छह सात घंटों तक भी स्थान पा सकी। क्योंकि इस खबर में किसी ...
Read More »एंटोनिया माइनो की राष्ट्रीयता नहीं बल्कि मंशा पर प्रश्न रहा है, ‘The Print’ अक्षय कुमार की नागरिकता से करना चाहता है मूल्यांकन
आशीष नौटियाल पालघर में साधुओं की हत्या और अर्नब गोस्वामी पर कॉन्ग्रेसी गुंडों द्वारा हमले के बाद एंटोनिया माइनो (Antonia Maino) की अत्याधुनिक डिजिटल सेना ने अपनी-अपनी पोजीशन ले ली हैं। कुतर्कों के धनी शेखर गुप्ता एवं पार्टी ने अब सोनिया गाँधी की वकालत में एक कुतर्क को स्थापित करने का प्रयास किया है ...
Read More »सिर्फ़ अंबेडकर ही संविधान लिख रहे थे? और बाकी लोग सिर्फ़ दस्तखत कर रहे थे?
दयानंद पांडेय भारत का संविधान बनाया था संविधान सभा ने। अकेले भीमराव अंबेडकर भर ने नहीं। 1946 में संविधान सभा गठित हुई तो इस के 389 सदस्य थे। सच्चिदानंद सिनहा अध्यक्ष। बाद में राजेंद्र प्रसाद अध्यक्ष हुए और सदस्य संख्या घट कर 299 हो गई। 26 जनवरी, 1948 को इस ...
Read More »अरुंधती राय अब पूरी तरह देशद्रोही की भूमिका में उपस्थित हैं
दयानंद पांडेय कृपया मुझे यह कहने की अनुमति दीजिए कि माओवादियों को गांधीवादी और गांधी को कारपोरेट एजेंट यानी दलाल बताने वाली बुकर विनर अरुंधती राय अब पूरी तरह देशद्रोही की भूमिका में उपस्थित हैं। अरुंधती राय का ताजा देशद्रोही बयान है : कोरोना संकट की आड़ में भारत सरकार ...
Read More »… और अधूरा रह गया अपने बेटे को प्रधानमंत्री पद पर देखने का सपना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता का निधन, नम हुईं सीएम की आखें पिता की मौत पर हुए स्तब्ध!, लॉकडाउन का पालन कर सन्यासी ने निभाया राजधर्म मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब टीम-11 के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। इस दौरान उन्हें पिता आनंद सिह बिष्ट के निधन की ...
Read More »पूरी दुनिया देख रही भारत का आत्मबल और ताकत
राजेश श्रीवास्तव एक तरफ जहां कोरोना महामारी ने दुनिया के सैकड़ों देशों को अपने कब्जे में ले रखा हैं और सभी देश अपने-अपने हिसाब से उसका मुकाबला कर रहे हैं। लेकिन लंबे समय से वह देश जिनके बारे में यह कहा जाता है कि उनके यहां कभी सूर्य अस्त नहीं ...
Read More »कुम्भकर्णी नींद से जागो न्याय मूर्तियों , जागो!
दयानंद पांडेय आतंकियों के लिए , बलात्कारियों के लिए , आधी रात भी खुल जाने वाली , दंगाइयों के पोस्टर पर स्वत: संज्ञान लेने वाली , अदालतें प्रवासी मज़दूरों की भूख नहीं देख रहीं , उन की छटपटाहट नहीं देख रहीं। कि तबलीगी जमात की नंगई नहीं देख रहीं , ...
Read More »सुप्रीम कोर्ट में जब सुनवाई शुरू होगी तब इन्हीं मौलाना को मुँह छिपाने की जगह नहीं मिलेगी
पद्मपति शर्मा तबलीगियो की अश्लीलता, थूकना, मूतना, शौच, पुलिस पर हमले और संक्रमण के बावजूद मस्जिदों में उनके छिपने की खबरें मीडिया को दबा देनी चाहिए थी ? मीडिया ने कोरोना वायरस के खिलाफ लडी जा रही जंग में अपनी जान की परवाह न करते हुए देश को इस कट्टर ...
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