Monday , April 29 2024

हमारे कॉलमिस्ट

इतनी अराजकता तब जब देश में अमेरिका के राष्ट्रपति आये हुए हैं , हम क्या सन्देश दे रहे हैं?

पंकज चतुर्वेदी दिल्ली पुलिस पूरी तरह असफल रही , बीते चौबीस घंटे से पूर्वोत्तर दिल्ली के कुछ इलाकों में कानून व्यवस्था उपदावियों की बंधक बन गयी है , जाफराबाद से ले कर करावल नगर के दस किलोमीटर के दायरे में सी ए ए के विरोध ओर समर्थन को साम्प्रदायिक रंग ...

Read More »

चीन के तेजी से बढ़ते रथ को धीमा करने के लिए भारत-अमेरिका के साथ हर क्षेत्र में बढ़ा रहा रिश्ते

प्रो. गुलशन सचदेवा नई दिल्ली। पिछले तीन दशकों से लगातार अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने एशिया में उभरती ताकतों को संतुलन के लिए भारत की शक्ति को मान्यता दी है। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज बुश और भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2000 के दशक के मध्य में नागरिक परमाणु और ...

Read More »

ट्रंप कुछ देने नहीं बल्कि लेने ही आ रहे हैं भारत

राजेश श्रीवास्तव अब जब कल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भारत आ रहे हैं तो तमाम सवाल भी खड़े हो रहे हंै कि भारत और अमेरिका के बीच जिन मुद्दों को लेकर मतभ्ोद हैं उन पर भी कुछ होगा या नहीं। लंबे समय से अमरीका भारत के बड़े पॉल्ट्री और डेयरी ...

Read More »

प्रधानमंत्री अब सरेआम लिट्टी चोखा खाते हैं तो समझिए उस संस्कृति की सियासत में कितना असर है

राणा यशवंत प्रधानमंत्री की लिट्टी चोखा खाते हुए तस्वीर आज वायरल है. बिहार का लिट्टी चोखा और चूड़ा दही पर पेटेंट है. कहीं और में वो बात नहीं आती. चूंकि प्रधानमंत्री ने खाया और उसकी तस्वीर भी खिंचवाई, मतलब कोई बात होगी. समझदार लोग कहते हैं कि बिहार में चुनाव ...

Read More »

प्रशांत किशोर को उतना ही महत्व-श्रेय दीजिए जितने के वे हकदार हैं

सुरेन्द्र किशोर प्रशांत किशोर की इन दिनों बड़ी चर्चा है। चर्चा उससे भी अधिक है जितने के वे वास्तव में हकदार हैं। मेरा मानना है कि प्रशांत किशोर जैसे व्यक्ति उसी दल को ‘जितवा’ सकते हैं जिसे जनता पहले से ही जिताने का मन बना चुकी होती है। अब तक ...

Read More »

पाकिस्तान से भागकर आये शरणार्थी आज दिल्ली के हैं और अम्बाला से आयी सुषमा बाहर की हो गई?

के विक्रम राव सुषमा स्वराज हमारी (सितम्बर 1976) वकील थीं, बड़ौदा डायनामाईट केस में| हम पच्चीस अभियुक्त, जार्ज फर्नांडिस और मुझे मिलाकर, तिहाड़ जेल के 17 नंबर वार्ड में रखे गये थे| पच्चीस वर्ष की तरुणी सुषमा महाबली इंदिरा गाँधी के घोरतम शत्रुओं का मुकदमा लड़ने को तैयार हो गई ...

Read More »

…और दिल्ली चुनाव में पाकिस्तान जीत गया

प्रभात रंजन दीन देश की राजधानी दिल्ली में पिछले दिनों भारत और पाकिस्तान के बीच हुए विधानसभा चुनाव में पाकिस्तान जीत गया और भारत मुंह के बल गिरा… खुद को चाणक्य समझने की आत्मरति के शिकार अमित शाह राष्ट्र-राष्ट्र का शोर मचाते रह गए, लेकिन चालाक अरविंद केजरीवाल ने मुंह ...

Read More »

कोरोना त्रासदीः पैथोजेन का जार नगालैंड में ही फूट जाता तो क्या होता..!

प्रभात रंजन दीन ‘मित्रों के चेहरे वाली किताब’ के सभी साथी..! उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बड़े तामझाम से आयोजित किए गए ‘डिफेंस-एक्सपो-2020’ के परिप्रेक्ष्य में मैंने पिछले दिनों एक खबर लिखी थी। खबर थी कोरोना वायरस के मनुष्य पर असर के एक गुप्त शोध-परीक्षण को लेकर। ‘डिफेंस-एक्सपो-2020’ ने ...

Read More »

डिफेंस-एक्सपो का मेला भारी, सुरक्षा-हितों पर पर्दादारी..!

नगालैंड के मिमी गांव में क्या चल रहा था ‘गुप्त-मिशन’..? प्रभात रंजन दीन लखनऊ में डिफेंस एक्सपो-2020 बड़े धूमधाम से हो रहा है। अमेरिका इजराइल समेत सैन्य उपकरण बनाने वाले तमाम देश के रक्षा मंत्रियों, सेनाध्यक्षों, राजदूतों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के प्रमुखों का लखनऊ में जमावड़ा लगा हुआ है। सैन्य ...

Read More »

गांधी के आदर्श से प्रेरित होना और गोली मारो का प्रयोग

संजय कुमार सिंह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए आयोजित एक रैली में शाहीनबाग के विरोध प्रदर्शन को प्रयोग कहा। उन्होंने कहा कि यह (दिल्ली चुनाव के मौके पर) संयोग नहीं प्रयोग है। मैं इस पर पहले लिख चुका हूं कि शाहीनबाग भाजपा की सरकार ...

Read More »

हमने नहीं मारा, अल्लाह की बच्ची थी, वो ले गया: CAA प्रोटेस्ट का ‘चेहरा’ नन्ही बच्ची की ‘मौत’ पर मीडिया चुप

रवि अग्रहरि CAA और NRC के खिलाफ शाहीन बाग़ में पिछले 51 दिनों से विरोध प्रदर्शन जारी है। विरोध की वजह है मात्र ये डर कि CAA में मुस्लिमों का नाम नहीं है इसलिए जब कभी भी भविष्य में NRC लागू होगा तो इससे मुस्लिमों की नागरिकता छीन जाएगी, मुद्दा ...

Read More »

देश विभाजन की बलि चढ़े 10 लाख लोगों से माफ़ी मांगने के लिए बने एक राष्ट्रीय स्मारक

अभिरंजन कुमार 1947 में जो 10 लाख लोग देश विभाजन की बलि चढ़े, क्या उनकी शहादत की स्मृति, उन्हें श्रद्धांजलि देने और उनसे माफी मांगने के लिए समूचे भारत में कोई भी स्मृति स्थल नहीं होना चाहिए, जहां देश के नेता और नागरिक उन मृतात्माओं से माफी मांगें और आने ...

Read More »

ईसाई नहीं बनने की सजा… 34000 वैष्णव हिंदुओं को अपने ही देश में 23 साल रहना पड़ा शरणार्थी बन कर!

16 जनवरी, 2020 को नई दिल्ली में भारत सरकार, त्रिपुरा और मिज़ोरम सरकार तथा ब्रू-रियांग (Bru-Reang) प्रतिनिधियों के बीच एक समझौता हुआ है। इस समझौते के अनुसार लगभग 34,000 ब्रू शरणार्थियों को त्रिपुरा में ही बसाया जाएगा। साथ ही उन्हें सीधे सरकारी तंत्र से जोड़कर राशन, यातायात, शिक्षा आदि की ...

Read More »

बापू की हत्या और ब्राह्मणों का ‘नरसंहार’ !

30 जनवरी 1948 को हुआ क्या था… ये सबको पता है इसी दिन शाम 5 बजकर 17 मिनट पर गोडसे ने बापू की जान ले ली थी… लेकिन उसके बाद उस रात क्या हुआ था??? ये किसी को नहीं पता… लेकिन ये पता होना चाहिए… ये पता होना चाहिए कि ...

Read More »

अपने ही पैरों में कुल्हाड़ी मार चुके हैं CAA-NRC विरोधी!

अभिरंजन कुमार याद कीजिए कि सीएए और एनआरसी के निराधार विरोध की शुरुआत हिंसा से हुई थी। चारों तरफ़ “ला इलाही इल्लल्लाह” और “बस नाम रहेगा अल्लाह का” जैसे नारे गूँज रहे थे। हालांकि इन साम्प्रदायिक नारों और नज़्मों को भी सेक्युलरिज्म का अंडरवियर पहनाने की कोशिशें खूब हुईं, लेकिन ...

Read More »