Sunday , April 28 2024

‘नीतीश कुमार बताएं सेमीकंडक्टर क्या होता है तो उनका जूता…’, प्रशांत किशोर ने ली बिहार CM की चुटकी

प्रशांत किशोर/नीतीश कुमार (File Photo)पटना। राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (PK) ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने बिहार सीएम की चुटकी लेते हुए कहा है कि अगर नीतीश कुमार यह बता दें कि सेमीकंडक्टर क्या होता है तो वह उनका जूता अपने सिर पर लेकर चलने को तैयार हैं. पीके ने आगे कहा कि उनकी (नीतीश) पूरी कैबिनेट में बैठे मंत्री तक को पता नहीं होगा कि आखिर सेमीकंडक्टर होता क्या है.

अगर वो लोग बता देंगे तो…

उन्होंने आगे कहा कि उनसे पूछा गया कि सेमीकंडक्टर जैसी फैक्ट्री बिहार जैसे राज्यों में क्यों नहीं लगती है. उस पर पीके ने जवाब दिया कि बिहार सरकार की पूरी कैबिनेट, जिसमें इंजीनियर नीतीश कुमार भी शामिल हैं. अगर वे लोग बता दें कि सेमीकंडक्टर क्या होता है तो मैं उनका जूता अपने सिर पर लेकर चलने को तैयार हूं.

मंत्रियों को भी नहीं होगा पता

पीके ने कहा,’सेमीकंडक्टर के बारे में पूरी कैबिनेट में बैठे मंत्रियों को पता नहीं होगा. जब बिहार में मंत्रियों को पता ही नहीं होगा कि सेमीकंडक्टर होता क्या है तो इसकी फैक्ट्री के बारे में सोच भी कैसे सकते हैं? आज बिहार के मुख्यमंत्री तक को नहीं मालूम कि ये सेमीकंडक्टर क्या चीज है.’

AI से लाखों लोगो को रोजगार

प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार से ये सवाल जरूर किया जाना चाहिए कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से बिलियन डॉलर की नई इकोनॉमी बन रही है. लाखों लोगों को रोजगार मिल रहा है. इस पर आपका क्या कहना है. नीतीश कुमार कहेंगे, छोड़िए जाने दीजिए ये सब से कुछ होता है. उनके हिसाब से नहीं होता होगा. सिर्फ 400 रुपए वृद्धा पेंशन देने से होगा.

पूरे बिहार को अनपढ़ बना दिया

पीके ने सवाल किया कि 10 साल पहले साइकिल बांटी. उससे बिहार की तरक्की होगी? इस आदमी ने पूरे बिहार को अनपढ़ और मजदूर बना दिया. नीतीश कुमार जैसे लोग चाहते हैं कि बिहार अनपढ़ बना रहे, तभी जाकर लोग इनको और इनके 9वीं पास तेजस्वी यादव जैसे आदमी को अपना नेता मानेंगे.

1960 में ही जी रहे हैं नीतीश

नीतीश पर निशाना साधते हुए पीके ने कहा कि नीतीश कुमार जैसे लोग 1960 में ही जी रहे हैं, पूरे बिहार को अनपढ़ और मजदूर बना दिया गया है. उन्होंने कहा कि दुनिया आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बात कर रही है. AI की मदद से लाखों लोगों को नौकरी मिल सकती है. हजारों बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था खड़ी की जा सकती है. लेकिन बिहार जैसे राज्य के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि मोबाइल का प्रयोग करने से दुनिया खत्म होने वाली है. ऐसी चीजें दिखाता है कि बिहार की दुर्दशा क्यों है.

20 बिलियन डॉलर का खर्चा

पीके ने आगे कहा कि नीतीश कुमार जैसे लोग धोती, कुर्ता-पायजामा पहनकर निकल गए तो उन्हें लगता है वही नेता हैं. आज देश में सेमीकंडक्टर की फैक्ट्री लगाने का प्रयास किया जा रहा है. फैक्ट्री पहले महाराष्ट्र में लगने की बात हो रही थी, आज गुजरात में लगाने की बात हो रही है. एक सेमीकंडक्टर लगाने की फैक्ट्री का खर्च 20 बिलियन डॉलर है. यानी कि 1 लाख 40 हजार करोड़ रुपए.

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch