जयराम शुक्ल अब यह बताने की जरूरत नहीं कि मासूमों के साथ बलात्कार, हत्या और ऊपर पेशाब करने जैसे जघन्य अपराधों का सैलाब क्यों तेजी से उफनने लगा है। लोकलाज की वर्जनाएं, समाज और परिवार का अनुशासन टूट गया और सबकुछ खुल्लमखुल्ला हो गया। पहले कैसेट्स में ब्लू फिल्में आईं, ...
Read More »विशेष
और बढ़ते बढ़ते बात यहाँ तक बढ़ गयी कि फ्रांस का सबसे बड़ा पुस्तकालय फूँक दिया गया
सर्वेश तिवारी श्रीमुख और बढ़ते बढ़ते बात यहाँ तक बढ़ गयी कि फ्रांस का सबसे बड़ा पुस्तकालय फूँक दिया गया। संसार का कोई भी सभ्य व्यक्ति पुस्तकों को नहीं जलाता। सभ्यता कोई भी हो, पुस्तकों को जलाया जाना सभ्य आचरण नहीं माना जाता। पर यह भी सत्य है कि हजारों ...
Read More »नीतीश कुमार का सियासी कद बढ़ा रहा ‘विपक्षी एका’
निशिकांत ठाकुर इस पहली बैठक में अभी भविष्य के लिए संभावित प्रधानमंत्री का चेहरा तय नहीं किया गया है, लेकिन द्विअर्थीय संवादों से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने एक इशारा राहुल गांधी के लिए कर दिया है कि ‘आप शादी कर लीजिए, बारात पूरा विपक्ष चलेगा।’ बैठक ...
Read More »इंदिरा गांधी को क्यों लगता था हर समस्या के पीछे विपक्ष और विदेशी साजिश का हाथ है, आपातकाल की कहानी
राज खन्ना जिंदा कौमें पांच साल इंतजार नहीं करतीं की ललकार के साथ डॉक्टर लोहिया याद किए जा रहे थे तो दूसरी ओर सिंहासन खाली करो कि जनता आती है, की गूंज के साथ दिनकर दोहराए जा रहे थे. हर तरफ सरकार विरोधी नारों का शोर था. सड़कों पर जुलूसों-प्रदर्शनों ...
Read More »जब एक परिवार ने कर दी लोकतंत्र की हत्या… PM मोदी ने आपातकाल के खिलाफ संघर्ष करने वालों को याद किया, इमरजेंसी के 48 साल पूरे होने पर BJP मना रही ‘काला दिन’
इंदिरा गाँधी के नेतृत्व वाली कॉन्ग्रेस की सरकार ने साल 1975 में आज ही के दिन यानी 25 जून को देश में आपातकाल की घोषणा की थी। लोकतंत्र के सबसे काले अध्यायों में एक माने जाने वाले आपातकाल 48 वर्ष बीत चुके हैं। 21 महीने तक लागू इमरजेंसी के दौरान ...
Read More »1 लाख+ लोग गिरफ्तार, 24 घंटों में 6 हजार नसबंदी: आपातकाल का वो ‘काला दौर’ जब लोकतंत्र से हुआ खिलवाड़, कुचली गई हर अभिव्यक्ति
प्रो. रसाल सिंह जब हम भारत के स्वातन्त्र्योत्तर इतिहास का अवलोकन करते हैं तो उसमें सर्वसत्तावादी शासन का एक काला अध्याय भी हमारा ध्यान आकर्षित करता है और इस प्रकार के भावी खतरों के प्रति सचेत करता है। दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी द्वारा 25 जून, 1975 से 21 मार्च, 1977 ...
Read More »आपातकाल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
डॉ. सौरभ मालवीय आपातकाल स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे विवादास्पद एवं अलोकतांत्रिक काल कहा जाता है। आपातकाल को 48 वर्ष बीत चुके हैं, परन्तु हर वर्ष जून मास आते ही इसका स्मरण ताजा हो जाता है। इसके साथ ही आपातकाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका भी स्मरण हो जाती है। संघ ...
Read More »केजरीवाल से कम नहीं जंतर-मंतर वाले पहलवान: बबीता फोगाट, पीटी उषा और अब योगेश्वर दत्त, जिनके भी सुर हुए अलग उनके मेडल खोटे
सुधीर गहलोत भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के निवर्तमान अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ धरना देने वाली विनेश फोगाट ने अब ओलंपियन योगेश्वर दत्त पर हमला बोला है। विनेश आलोचना तो करती हैं, लेकिन शब्दों की मर्यादा भी भूल जाती हैं। भाजपा सांसद ...
Read More »पाकिस्तान में कई पार्टियां, पर मोहम्मद अली जिन्ना वाली मुस्लिम लीग का क्या हुआ; दिलचस्प है इतिहास
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में फिलहाल कई राजनीतिक दल सक्रिय हैं, लेकिन वह मुस्लिम लीग नजर नहीं आती, जिसने अलग देश की मांग की थी। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज, पाकिस्तान पीपु्ल्स पार्टी और इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख दल हैं। लेकिन वह मुस्लिम लीग अब वजूद में ही नहीं है, जिसका नेतृत्व ...
Read More »बांग्लादेशी घुसपैठिए, बढ़ती मुस्लिम आबादी, अवैध शराब और ड्रग्स: जहाँ साहिल खान ने की साक्षी की हत्या, वहाँ की जमीनी हकीकत
चंदन कुमार देश श्रद्धा हत्याकांड को भूला भी नहीं कि उससे पहले ही राजधानी दिल्ली में 16 साल की लड़की साक्षी की हत्या ने फिर से पूरे समाज को आक्रोश से भर दिया। हत्या किस जघन्य तरीके से की गई, उस वायरल वीडियो को देखने से स्पष्ट है। इतनी निर्मम ...
Read More »मोदीजी ! सुनिये व्यथा-गाथा ! बचाइये वीरबालाओं को नेता से !
के. विक्रम राव भारी कौन है ? भाजपा अथवा उसका सांसद बृजभूषण शरण सिंह ? फिलहाल पार्टी उन्नीस पड़ती नजर आ रही है। एक बार भाजपा ने उन्हें निकाल दिया था लोकसभा में पार्टी की अवहेलना पर। वे मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी में (20 जुलाई 2008) शामिल हो ...
Read More »जब मेनका की वजह से चकनाचूर हो गया था जगजीवन राम का PM बनने का सपना, बेटे के न्यूड फोटो ने मचा दी थी सनसनी
बात 1978 की है। देश में पहली गठबंधन और गैर कांग्रेसी सरकार चल रही थी। मोरारजी देसाई प्रधानमंत्री थे, जबकि उनके और इंदिरा गांधी के प्रतिद्वंद्वी रहे बड़े दलित नेता जगजीवन राम, जिन्हें ‘बाबूजी’ कहा जाता था, देश के उप प्रधानमंत्री थे। 1977 के चुनावों के बाद बन रही जनता ...
Read More »मूल्य आधारित शिक्षा है सुख की अनुभूति का आधार
डॉ. सौरभ मालवीय हमारी प्राचीन गौरवशाली भारतीय संस्कृति समस्त विश्व के सुख, समृद्धि एवं शान्ति की कामना करती है। भारतीय चिन्तन में व्यष्टि से समष्टि तक का विचार किया गया है। भारतीय पर्व इस बात का प्रतीक हैं। यहां पर प्राय: प्रतिदिन कोई न कोई लोकपर्व, व्रत, पूजा एवं अनुष्ठान का दिवस होता ...
Read More »रस्सी जल गई, ऐंठन नहीं गईः सूरत कोर्ट में राहुल गाँधी की ‘अपुन ही लोकतंत्र’ टाइप दलीलें, कानून को अपना ‘कद’ समझाया
सुधीर गहलोत (पत्रकार और इतिहास प्रेमी) कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) ने सोमवार (3 अप्रैल 2023) को गुजरात स्थित सूरत को कोर्ट में अपनी सजा को लेकर अपील की। इस दौरान उन्होंने न्यायिक प्रक्रिया को अपने शक्ति प्रदर्शन का माध्यम बना लिया। राहुल गाँधी कॉन्ग्रेस का पूरा ...
Read More »SC के जस्टिस जोसेफ के नाम खुला खत: ब्राह्मणों के नरसंहार की बात पर मुस्कुराना बंद कर देंगे… इसी उम्मीद में
डियर जस्टिस जोसेफ, मुझे उम्मीद है कि आपको इस खुले पत्र को पढ़ने का समय मिल गया होगा, क्योंकि अब काफी समय बीत चुका है। मुझे उम्मीद है कि आप ब्राह्मणों के नरसंहार के आह्वान के अपने आनंद से उबर चुके होंगे। सामान्य रूप से हिंदुओं का न्यायपालिका में हमेशा ...
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