Monday , April 29 2024

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पीएम मोदी ने यूं हीं नहीं की खिलौने की बात, नजर दस हजार करोड़ के व्यापार पर (त्वरित टिप्पणी)

राजेश श्रीवास्तव लखनऊ । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात में जिस खास बात पर फोकस किया वह थी ख्लिौना जगत की बात। दरअसल प्रधानमंत्री बच्चों के बहाने चीन को टारगेट कर रहे थ्ो। उन्होंने पिछले सप्ताह ही दिल्ली में बड़े अधिकारियों के साथ बैठक करके देशी ...

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सवाल परीक्षा का भी है, और जिंदगी का भी

डा. आशीष वशिष्ठ  अखिल भारतीय स्तर पर इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिये होने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा यानी जेईई की मुख्य परीक्षा तथा मेडिकल के लिये होने वाले नेशनल एलिजिबिलिटी व एंट्रेंस टेस्ट यानी नीट की परीक्षा को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जैसे-जैसे परीक्षा की ...

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देश से सारी समस्याएं खत्म हो गयीं हैं क्या…

राजेश श्रीवास्तव कभी देश का चौथा स्तंभ मीडिया को इसलिए माना गया था कि विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका की निगरानी का काम इसे सौंपा गया था और उम्मीद लगायी गयी थी कि चारों के सरोकारों और कामकाज पर निगहबानी और चौकसी की उम्मीद निष्पक्षता के साथ मीडिया करेगा। लेकिन जैसे-जैसे ...

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पुत्र मोह में फंसी कांग्रेस: यदि सोनिया गांधी कांग्रेस के भविष्य को लेकर चिंतित हैं तो उन्हें गंभीरता से विचार करना चाहिए

संजय गुप्त गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, मुकुल वासनिक, मनीष तिवारी समेत कांग्रेस के 23 नेताओं ने पूर्णकालिक अध्यक्ष की कमी को लेकर सोनिया गांधी को जो पत्र लिखा और जिसे मीडिया में लीक भी किया गया उसे लेकर अभी भी उथलपुथल जारी है। हालांकि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक ...

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4599 मंदिर, 31250 हिंदू घर-दुकान को कट्टरपंथियों ने किया ध्वस्त… ‘बाबरी’ की आड़ में मीडिया छुपाता है ये आँकड़े

हिंदुओं द्वारा अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि पर एक बार फिर अपना अधिकार प्राप्त कर लेने के बाद वामपंथी मीडिया और इस्लामिक विचारधारा समर्थक गिरोह हिंदुओं के खिलाफ युद्ध के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। मार्क्सिस्ट-लेफ्टिस्ट मीडिया ने इस झूठ को स्थापित करने में कोई भी कसर नहीं छोड़ी कि यहाँ पर श्रीराम मंदिर था ही ...

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न खाता न बही, जो राहुल कहें वही सही, जानिए क्यों कांग्रेस में नहीं तय हो पा रहा कि ‘परिवार’ बचाया जाए या ‘पार्टी’

प्रशांत मिश्र सुदृढ़ और उर्जावान नेतृत्व की कमी, खेमेबाजी और क्षमता की बजाय चाटुकारिता को मिल रहे प्रश्रय से जूझ रही कांग्रेस की हालत कुछ ऐसी हो गई है एक दीवार को संभालने की कोशिश होती है तो दूसरी भरभराने लगती है। सोमवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में भी ...

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बाबू मोशाय ये ‘वामपंथी रसभरी’ है, हर मुद्दे पर ‘विशेषज्ञ’ बनती और फिर ट्रोल होती है

विभव देव शुक्ला ट्विटर पर एक ट्रेंड चल रहा था देश की तथाकथित अभिनेत्री स्वरा भास्कर के नाम का! ट्विटर पर किसी हैशटैग के ट्रेंड करने की अमूमन दो ही वजहें होती हैं। पहला या तो कुछ बहुत अच्छा होता है या बहुत बुरा। दो दिन पहले यानी 21 अगस्त ...

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गणेश एक श्रमजीवी पत्रकारः आपको नहीं पता, बता रहे हैं के. विक्रम राव

के. विक्रम राव अगर इतिहासकार अलबरूनी की बात स्वीकारें तो श्रेष्ठतम सम्पादक हैं गणेश। इसे वेदव्यास ने भी प्रमाणित किया था। वर्तनी, लेखनी, प्रवाह और त्रुटिहीनता की कसौटी पर गणेश खरे उतरते है। इस पूरी गणेशकथा में हम श्रमजीवी पत्रकारों के लिये रूचिकर वाकया यह है कि गणेश सर्वप्रथम लेखक ...

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प्रदेश की शान बनी एक और धरोहर अंतिम सांस ले रही

राजेश श्रीवास्तव कभी देश के लिए शान और बान रहा उत्तर प्रदेश का एक और उद्योग बंदी की कगार पर पहुंच गया है। दो दिन पहले ही प्रबंधन ने इसका औपचारिक ऐलान अपने कर्मचारियों से कर दिया है। लेकिन न तो इस पर सरकार की नजर गयी और न ही ...

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सुशांत मामले में CBI कैसे न्याय दिला देगी?

प्रवीण बागी उम्मीद की जानी चाहिए कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सुशांत सिंह राजपूत (SSR) की मौत को लेकर चल रहा आरोप-प्रत्यारोप का दौर थम जायेगा। और संदिग्ध मौत का सच सामने आ सकेगा। सुप्रीम कोर्ट ने SSR की संदिग्ध मौत की जांच का जिम्मा CBI को सौंप ...

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99 की हत्या, सैकड़ों लापता, इस्लाम कबूलने की मजबूरी: म्यांमार का हिंदू नरसंहार जिसे याद नहीं करते रोहिंग्या के पैरोकार

जयन्ती मिश्रा “उन दिनों मेरी बेटी की तबीयत खराब थी इसलिए मैंने उसे ठीक होने के लिए अपने ससुराल छोड़ा था। बाद में पता चला कि ‘वे लोग’ मेरी सास और मेरी बेटी को अपने साथ ले गए हैं…. जब हम वहाँ गए तो इलाके में बहुत गंध थी। हम ...

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अगर आपने टीवी पर जाकर “डॉग फाइट” करने का विकल्प चुना है, तो खरोचों से इतना डरते क्यों हो?

अभिरंजन कुमार कई लोग कांग्रेस प्रवक्ता राजीव त्यागी की मौत के लिए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा की कही किसी बात को ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं। अपने आप में इससे बड़ा बकवास और कुछ नहीं हो सकता। मैंने वह टीवी डिबेट नहीं देखा है, फिर भी ऐसा कह रहा हूँ। पहली ...

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कठिन है कांग्रेस की कायापलट

सुरेन्द्र किशोर  सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बने हुए एक वर्ष हो गए,लेकिन इस बारे में कुछ पता नहीं कि पार्टी पूर्णकालिक अध्यक्ष चुनने के लिए तैयार है या नहीं ? कुछ कांग्रेसी नेता राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन इस ...

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जनवादी ? या वहशी !

के विक्रम राव चीनपरस्त भारतीयजन, खासकर मार्क्सवादी-कम्युनिस्टों से, यह प्रश्न है| जनवादी हक़, मानव-सहज गरिमा और सोचने तथा बोलने की आजादी की गणना वैश्विक मानव अधिकारों में की जाती है| उन्हें किसी राष्ट्र के भूगोल में सीमित नहीं किया जा सकता है| मानव और मानव के बीच विषमता करना अमान्य ...

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राजस्थानः कांग्रेस नेतृत्व की कंगाली

डॉ. वेद प्रताप वैदिक राजस्थान-कांग्रेस के दोनों गुटों—— गहलोत और सचिन— में सुलह तो हो गई है लेकिन जैसी कि कहावत है कि ‘काणी के ब्याह में सौ—सौ जोखम’ हैं। यदि दोनों में सुलह हो गई है तो कांग्रेस हायकमान ने तीन सदस्यों की कमेटी किसलिए बनाई है ? यह ...

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