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रोहित नहीं, धोनी की सलाह पर मिला था खलील अहमद को ट्रॉफी उठाने का मौका

नई दिल्ली। भारत ने दुबई में जब एशिया कप जीता तो टीम के सबसे युवा खिलाड़ी खलील अहमद ट्रॉफी लिए नजर आए. इसके साथ ही खबर आई कि कप्तान रोहित शर्मा ने पूर्व कप्तान एमएस धोनी की तरह ही मिसाल पेश करते हुए ट्रॉफी खुद न लेते हुए खलील अहमद को लेने को कहा. इसके लिए रोहित शर्मा की खूब तारीफ भी हुई. लेकिन अब पता चला है कि रोहित शर्मा के ऐसा करने के पीछे धोनी का ही दिमाग था.

भारत ने पिछले महीने दुबई में हुए एशिया कप में रोहित की कप्तानी में ट्रॉफी जीती थी. खलील अहमद ने इसी सीरीज में अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेला था. उनके बेहतरीन प्रदर्शन को देखकर यह भी कहा गया कि भारत का बाएं हाथ के पेसर की तलाश पूरी हो गई है. जहीर खान के संन्यास के बाद भारत को बाएं हाथ के बेहतरीन पेसर का इंतजार है.

खलील अहमद ने टाइम्सऑफइंडिया से बताया, ‘धोनी भाई ने रोहित शर्मा से कहा कि कि मुझे ट्रॉफी उठाने दें. उन्होंने मुझे यह ट्रॉफी उठाने का मौका दिया क्योंकि मैं टीम का सबसे युवा सदस्य था और यह मेरी पहली सीरीज भी थी.’ खलील ने कहा, ‘जब धोनी भाई और रोहित ने मुझे ट्रॉफी उठाने को कहा तो मैं निशब्द रह गया. मैं बहुत भावुक हो गया. यह मेरी जिंदगी का वह पल है, जिसे मैं कभी नहीं भूलूंगा.’

खलील अहमद ने बताया कि धोनी भाई ने उनके डेब्यू सीरीज में काफी मदद की. हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ मैच के दौरान धोनी ने मुझे पूरी रफ्तार से गेंदबाजी करने को कहा. उनकी यह सलाह कारगर रही. खलील ने इस मैच में हॉन्गकॉन्ग की शतकीय ओपनिंग साझेदारी तोड़ी. उन्होंने इस मैच में तीन विकेट झटके थे.

पूरे समय खलील के पास ही रही ट्रॉफी
एशिया कप जीतने पर जब अमिताभ चौधरी ने टीम इंडिया को विजेता ट्रॉफी दी तब कप्तान रोहित तो ट्रॉफी लेने पहुंचे ही लेकिन उन्होंने इसे अकेले न लेते हुए खलील अहमद के साथ उठाया. इसके बाद जब ट्रॉफी टीम इंडिया के पास पहुंची तब अकेले खलील अहमद ने इसे उठा रखा था. टीम की पहली तस्वीर खिंचने के बाद ट्रॉफी खलील के पास ही थी. फिर वे इसे लेकर कोच रवि शास्त्री के पास लेकर पहुंचे. शास्त्री ने उन्हें बधाई दी और खलील स्टाफ सहित पूरी टीम इंडिया के फोटो सेशन के लिए आगे बढ़ गए. यहां भी ट्रॉफी खलील के पास ही दिखाई दी. इस दौरान खलील कई बार ट्रॉफी को चूमते भी दिखाई दिए.

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